Friday, September 15, 2017

I Have A Little Doggy

Mahika's first self-made poem.

The poem is a little funny, with no rhyme. It's still her first and deserves a note here.




I have a little doggy
And he bit one little friend
And he bit one parrot
She knocked on the door
And nobody inside.

Sunday, July 30, 2017

झोप

झोप येते कोठून
झोप जाते कोठून

आली की काय करते?
खाते काय, पिते काय?

झोपेला झोप आली तर
माणसाला झोप येईल काय?

(Composed by my father for my daughter)

Wednesday, June 7, 2017

एक छोटा बीज

एक छोटा बीज, ज़मीन के अंदर था
आँख बंद करके, वो सोया रहता था

टिपुर टिपुर बारिश, बीज पे गिरती थी
सरकते सरकते सरकते, वो सरकता चला गया

एक समय आया, सूरज ने प्रकाश डाला
सूरज की किरणें बोली, अब तू बहुत सो लिया

बीज ने ली अंगड़ाई, और वो उठ गया
इधर उधर देखके वो नाचने लगा

एक छोटा पौधा, अब वृक्ष में बदल गया
आसपास के गाँव में वो छाँव देने लगा

आते जाते लोगों को वो छाँव देने लगा
आहा छाँव देने लगा, आहा  छाँव देने लगा

[My daughter performed this song in her first ever school gathering. She could sing it all very well and performed it superbly. Not only is the song beautiful, but my daughter's rendition makes it all the more lovely.]

A Homeless Night